HOW MUCH YOU NEED TO EXPECT YOU'LL PAY FOR A GOOD वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good वशीकरण मंत्र किसे चाहिए

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इस तरह करने से ये मंत्र और मिश्रण अभिमन्त्रण हो जाता है.

तुलसी बीजों को सहदेई के रस में पीस करके उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित करके तिलक लगाने से समस्त लोग सम्मोहित होते हैं।

जीवनसाथी या प्रेमी के साथ संबंध मजबूत करना।

त्व देवी जगत माता योनिमुद्रे नमोस्तुते

(अमुक अमुका मतलब स्त्री या पुरुष का नाम)

कामनां देहिमे नित्यं, कामेश्वरी नमोस्तुते ।

मेरी समझ में तो आपको दूसरी रीति पसन्द आवेगी। इसमें समय मी अधिक न लगेगा और अनुभव प्राप्त करने में किसी प्रकार की हानि की भी संभावना नहीं है। इस तरह ‘मंत्र विद्या’ में जो साधन आदि प्राचीन आचार्यों ने निश्चय करके अद्भुत रूप में विश्व के सामने प्रकट किये हैं। उनके अनुसार काम करने से हमें सहज ही में सफलता मिल सकती है।

इस मन्त्र को एक हजार बार जप कर सिद्ध कर लेने के बाद जब प्रयोग करना हो तो निम्नांकित प्रयोग करें-

पुष्प वशीकरण, में फूलों के जरिए किसी व्यक्ति को अपने वश में किया जाता है। अधिकांश मामले में यह मंत्र प्रेमी प्रेमिका के ऊपर प्रयोग किया जाता है। इससे उनके भीतर प्रेम जाग जाता है।

वशीकरण मंत्र एक ऐसा उपाय है जिसका उपयोग करके एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति को अपने अधीन करने की कोशिश करता है। get more info यह मंत्र स्पष्ट और उच्चारित शब्दों का एक संग्रह होता है जिसे व्यक्ति नियमितढंग से उच्चारण करते हैं। इसके माध्यम से, व्यक्ति अपनी इच्छाओं को प्राप्त करने के लिए दूसरे व्यक्ति को प्रभावित करने की कोशिश करता है। यह मंत्र भावनात्मक शक्ति को जगाने का कार्य करता है और आपके लक्ष्य की प्राप्ति में मदद करता है।

ॐ क्लीं ह्रीं श्रीं ठः ठः (अमुका) मम वश्यं कुरु कुरु स्वाहा॥

वशीकरण का नैतिक उपयोग इस पर निर्भर करता है कि इसे किस उद्देश्य से किया जा रहा है। जब इसका उपयोग रिश्तों को सुधारने, सकारात्मक बदलाव लाने, और जीवन को बेहतर बनाने के लिए किया जाता है, तो यह फायदेमंद साबित होता है। लेकिन गलत इरादों से इसका उपयोग हानिकारक हो सकता है और इसे पारंपरिक शास्त्रों में निषेध किया गया है।

बार बार इसका प्रयोग न करे और जिस व्यक्ति के लिए किया है उसके अलावा किसी और के लिए इसे काम में न ले.

हाथ पसारूं मुख मलूं, काची मछली खाऊं। आठ पहर चौसठ घड़ी, जग मोह घर जाऊं।।

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